नमस्कार दोस्तों Technicalpariwar.com के अंदर आप सभी का स्वागत है। म्यूचल फंड के अंदर निवेशक के पास पैसे निवेश करने के दो विकल्प होते हैं। पहला ” SIP(Systematic Investment Plan) ” और दूसरा ” Lump-sum ” यदि आप कहीं पर job कर रहे हैं और आपके पास Reguler income है। जिसको आप थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना चाहते हैं तो SIP आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
SIP और Lump-sum को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं कि SIP और Lump-sum में क्या अंतर है। Which is Better SIP or Lump-sum in hindi तो इस लेख के आखिर तक आपको SIP और lumpsum से रिलेटेड सभी सवालों के जवाब मिलने वाले हैं।

SIP क्या होती है? (What is SIP in Hindi)
SIP यानि Systematic Investment Plan जो निवेश करने की एक ऐसी स्कीम होती है। जिसमें निवेशक को एक साथ पैसे निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि अपनी आमदनी का थोड़ा थोड़ा पैसा हर महीने निवेश कर सकता है। निवेश करने का यह तरीका काफी सुरक्षित और अच्छा माना जाता है। जिससे निवेशक भविष्य के अंदर काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकता है।
SIP investment के अंदर यदि किसी कंपनी का NAV ₹100 होता है और आप उस कंपनी के अंदर ₹10000 का फंड निवेश कर देते हैं तो आपको उस कंपनी की 100 यूनिट मिल जाती है। भविष्य के अंदर जब उस कंपनी के NAV का मूल्य ₹200 हो जाता है तो आपको ₹10000 का सीधा फायदा मिल जाता है।
SIP के फ़ायदे –
- SIP के माध्यम से आप म्युचुअल फंड के अंदर ₹500 से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
- म्यूच्यूअल फंड में यदि निवेशक लंबी अवधि के लिए पैसे निवेश करता है तो उसको अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होती है।
- बिना शेयर मार्केट की जानकारी के SIP के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।
- पावर आफ कंपाउंडिंग की मदद से ब्याज पर ब्याज मिलता है और तेजी से पैसा बनता है।
- आमदनी में वृद्धि होने पर SIP के माध्यम से इन्वेस्टमेंट को बढ़ाया जा सकता है।
SIP के नुकसान –
SIP मैं आपको बहुत ही धीमा फायदा होता है और यहां पर किसी दूसरे इन्वेस्टमेंट की तुलना में कम फायदा भी होगा। कभी-कभी आपको एसआईपी का अच्छा रिटर्न भी मिल जाता है इसमें आपके पैसे या इन्वेस्टमेंट डूबने या लॉस होने के बहुत कम चांस या ना के बराबर भी होते हैं।
Lump-sum क्या होती है? (What is lumpsum in Hindi)
Lump-sum जिसको एकमुश्त भुगतान भी बोला जाता है जिसमें निवेशक अपनी धनराशि को म्यूच्यूअल फंड के अंदर एक साथ निवेश करता है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेशक अपनी धनराशि को कई टुकड़ों में बांटकर निवेश कर सकता है। लेकिन Lump-sum में निवेशक थोड़ा-थोड़ा निवेश करने के बजाय एक बार में ही निवेश कर सकता है।
Lump-sum के फ़ायदे –
- Lump-sum निवेश करने का एक बहुत ही बेहतर विकल्प है। जिसमें निवेशक एक साथ ज्यादा से ज्यादा धनराशि निवेश कर सकता है।
- लंबी अवधि के लिए इस स्कीम के अंदर निवेशक को काफी अच्छे रिटर्न मिलते हैं।
- एक साथ ज्यादा पैसा लगाने पर निवेशक को समय के साथ तेजी से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है।
Lump-sum के नुकसान –
- Lump-sum के माध्यम से आप तभी निवेश कर सकते हैं। जब आपके पास अधिक धनराशि होती है।
- इस इन्वेस्टमेंट में निवेशक को मार्केट गिरने पर भारी नुकसान होने की संभावना होती है।
- कम धनराशि के साथ आप निवेश नहीं कर सकते है।
SIP और lumpsum में कौनसा बेहतर है? ( Which is Better SIP and Lump-sum)
- यदि आपको शेयर मार्केट की जानकारी नहीं है और आप बिना चिंता के अपने पैसों को सुरक्षित जगह पर निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान(SIP) सबसे बेहतर विकल्प होता है।
- Lump-sum उन निवेशक के लिए अच्छा होता है, जिनके पास अधिक धनराशि होती है जो एक साथ काफी ज्यादा पैसे निवेश करने में सक्षम होते हैं।
- यदि आप शेयर मार्केट से अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं और अपनी इनकम का कुछ प्रतिशत हिस्सा निवेश करना चाहते हैं तो सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान आपके लिए सबसे अच्छा प्लान है।
- यदि आपके पास काफी ज्यादा धनराशि है। जिसको आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो lump-sum आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है।
आज आपने क्या सीखा –
आज हमने जाना है ” SIP और Lump-sum Which is Better in Hindi, SIP और Lump-sum Kya Hota Hai “ उम्मीद करते हैं कि आपको इन दोनों इन्वेस्टमेंट के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गई होगी और इस जानकारी की मदद से आप अपने लिए सही विकल्प का चुनाव कर सकते हैं। आप भविष्य के अंदर इन दोनों इन्वेस्टमेंट की मदद से अच्छा रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं।
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