15 अगस्त की देशभक्ति शायरी attitude | 15 august shayari in hindi 2023

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15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस शायरी in hindi
नमस्कार दोस्तों 15 अगस्त हम सभी के लिए एक खास पर्व है इस दिन जगह जगह कोई न कोई कार्यक्रम होता है। अब उस कार्यक्रम मैं जब आप हिस्सा लेते हैं, तो आपको कुछ ना कुछ कार्यक्रम में प्रदर्शित करना होता है। जैसे की शायरी दोस्तों आज हम हमारे इस लेख में 15 अगस्त की शायरी देखने को मिलेगी।

इस ब्लॉग में आपको करीब 50 से ज्यादा बेस्ट देश भक्ति 15 अगस्त शायरी या कैप्शन स्टेटस मिलेगा। 15 august par shayari in hindi स्वतंत्रता दिवस पर शायरी यहां से कॉपी करके अपने Facebook और इंस्टाग्राम पर लगाए।

Swatantrata Divas ki photo
swatantrata Divas per best 100 shayari

15 अगस्त शायरी (स्वतंत्रता दिवस शायरी)


15 August poetry (Independence Day poetry) 2023

न जाने कितनी वीरों ने
अपनी जान गवाई थी,
तब जाकर मेरे भारत ने
सही स्वतंत्रता पाई थी।

15 August par shayari

यह धरती भी हमारी थी
आकाश हमारा था,
पर ब्रिटिश के शासन में
कुछ भी ना हमारा था।

15 अगस्त की देशभक्ति शायरी 15 August par attitude shayari

मंगल भगत आजाद
सपने लड़ी लड़ाई थी,
तब जाकर मेरे भारत ने
सही स्वतंत्रता पाई थी।

India इंकलाम photo
Desh bhakti ki photo

एक समय था जब यह भारत
सोने की चिड़िया कहलाता था,
एक देख विदेशी इसे
हथियाना चाहता था।

Happy independence day

अंग्रेजों के छक्के छुड़ा कर
लक्ष्मीबाई ने जान गवाई थी,
तब जाकर मेरे भारत देश ने
आजादी पाई थी।

Angrejo ke chakke chuda kar,
Lakshmi bai ne jaan gavai thi.
Tab jakar mere bharat ne ajadi pai thi.

15 August par best shayari hindi me

Desh bhakti par best shayari: khoon se latpat Mati dekh, dimag bhagat ka ghuma tha, aur nirdeshon ke khoon se Sani us mati ko Bhagat Singh ne chuma tha.

खून से लथपथ माटी देख
दिमाग भगत का घूमा था,
और निर्दोषों के खून
से सनी उस माटी को
भगत सिंह ने चूमा था।

pure Bharat Desh per…, Angrejo ka raj tha. Ek ek bharatvasi goro ka mohtaj tha.

पूरे भारत देश पर…
अंग्रेजों का राज था
एक एक भारतवासी,
गौरो का मोहताज था।

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Independence shayari photo
Happy independence day shayari photo

Sone ki chidiya jaisa Desh india angrejon ne kiya barbad fir ek Kranti ki awaaz uthi inqlaab jindabad inqlaab jindabad.

सोने की चिड़िया जैसा देश
अंग्रेजों ने किया बर्बाद…
फिर एक आवाज उठी,
इंकलाब जिंदाबाद इंकलाब जिंदाबाद

भगत सिंह के इस नारे से
देशभक्तों में एकता आई
जंग लड़ी कष्ट सहे,
आखिर में सफलता पाई

सर फक्र से उठ जाता है
जब तिरंगा लहराता है
इस देश के वीर शहीदों की,
यह तिरंगा याद दिलाता है।

अपनी मातृभूमि की खातिर
जिन्होंने तन मन अपने वारे है।
ऐसे वीर जवानों के किस्से,
हर बुजुर्ग बच्चों को सुनाते हैं।

Desh bhakti shayari
Desh bdesh bhakti shayari in hindi 15 August

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लाल किले पर राष्ट्रध्वज
प्रधानमंत्री जब फहराते हैं
हिंद की सेना तब अपना शौर्य,
पूरी दुनिया को दिखलाते है।

जय हिंद और वंदे मातरम का नारा
हर देशवासी लगाता है
15 अगस्त का दिन भारत देश,
एक पर्व के तौर पर मनाता है।

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न पूछो जमाने से
कि क्या मारी कहानी है,
हमारी पहचान तो यही है कि,
हम हिंदुस्तानी हैं।

15 August photo in Hindi
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आओ झुक कर सलाम करें उनको

जिनके हिस्से में यह मुकाम आता है।

खुशनसीब होता है वो खून,

जो देश के काम आता है।

देशभक्तों से ही देश की शान है।
देशभक्तों से ही देश का मान है।
हम उस देश के फल है यारों,
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है।

दे सलामी इस तिरंगे को
जिससे तेरी शान है
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान है।

तैरना है तो समुंदर में तेरो
नालों में क्या रखा है?
प्यार करना है तो देश से करो,
औरों में क्या रखा है?

दुश्मनों की गोलियों का सामना
हम करेंगे,
आजाद है हम आजाद ही रहेंगे

जिसका ताज हिमालय है।
जहां बहती है गंगा
जहा अनेकता में एकता है।
सत्यमेव जयते है नारा,
वह भारत देश है मेरा।

धरती सुनहरी जहां,
अंबर है नीला।
ऐसा भारत देश है प्यारा,
जहा हर मौसम है रंगीला।

स्वतंत्र हुआ जब भारत देश
अंग्रेजों के राज से…
खुशियां फैली चारों और,
गीत संगीतो साज से।

मुश्किल घड़िया,रुकावटें
और युद्ध के मैदान में..
लड़ता रहा हर देशभक्त,
अपने अलग अंदाज से।

अगस्त की 15 तारीख थी
1947 का था सन्।
जीत गया था भारत,
विपक्षियों के चालबाज से।

फहरे तिरंगे उड़ी पतंग
आसमान में नाज से
बच्चा बच्चा हंसकर बोला,
स्वतंत्रता मिल गई आज से।

तीन रंगों से बना तिरंगा,
सदा शक्ति पर बरसाता है।
देखो भारत की चोटी पर,
शान से लहराता है।

केसरिया रंग को देखो,
जो त्याग हमें से सिखलाता है।
जब भी कोई संकट आए,
मर मिटना हमें बताता है।

सादा जीवन,उच्च विचार,
सफेद रंग बतलाता है।
सत्य,अहिंसा,भाईचारे का पाठ,
हमें सिखलाता है।

हरे रंग की अपनी कहानी,
मन को हर्षित कर जाती है।
हरी-भरी प्रकृति को देखो,
सबके मन को भाती है।

बीच में देखो अशोक चक्र को,
जो हरदम चलते रहता है।
रुको नहीं तुम आगे बढ़ो,
हर पल हमसे कहता है।

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