नमस्कार दोस्तों Technicalpariwar.com पर आप सभी का स्वागत है। दोस्तों जब से ChatGPT आया है। तब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है। आज हर कोई सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) की बात कर रहा है। आज चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर चिकित्सा का, या फिर Tech का , हर क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी के साथ बढ़ रही है।
जहां बहुत से लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) से डरे हुए हैं। वहीं अधिकांश लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक सफल टेक्नोलॉजी बता रहे हैं। पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 10 साल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थव्यवस्था में 10 ट्रिलियन योगदान देने की संभावना जताई जा रही है। तो ऐसे में आप सभी को पता होना चाहिए कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) कितने प्रकार की होती है? ताकि आप आसानी से इन तकनीकों को सीख सकें।

1)- Machine Learning –
मशीन लर्निंग Artificial Intelligence एक महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट होता है। जो कि किसी भी सिस्टम और प्रणाली को ऐसी क्षमता प्रदान करती है। जिसकी मदद से कोई भी मशीन या फिर सिस्टम आसानी से कुछ भी सीख सकता है।
यदि हम बात करें एक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी ” चैट जीपीटी ” जो कि काफी ज्यादा ट्रेंड में बनी हुई है। यदि इसकी बात करें तो चैट जीपीटी पूरी तरह से मशीन लर्निंग पर आधारित है जोकि सिर्फ Human Response से सीखती चली जा रही है। इस टेक्नोलॉजी को सिखाने वाला कोई और नहीं है बल्कि Human Response होता है। इस पूरी प्रक्रिया को मशीन लर्निंग कहा जाता है।
2)- नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग(NLP)-
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, Artificial Intelligence ऐसी तकनीक है जो किसी भी मशीन को इंसानों की भाषा बोलने और समझने में मदद करती है। इस तकनीक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) का उपयोग करके मनुष्य के साथ कम्युनिकेशन को आसान बनाया जाता है।
यदि हम आसान भाषा में समझे तो नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग(NLP) एक ऐसी तकनीक होती है जो अंग्रेजी भाषा या अन्य भाषा को आसानी से समझ सकती है और उसको बिल्कुल आसान भाषा में ट्रांसलेट करके आपके सामने पेश करती है।
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग(NLP) का सबसे अच्छा उदाहरण” ChatGPT ” है। जिसमें आप किसी भी भाषा में इनपुट देकर बिल्कुल आसान भाषा में आउटपुट ले सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग का इस्तेमाल भाषा को आसान बनाने के लिए किया जाता है।
3)- Deep Learning –
Deep Learning, मशीन लर्निंग की एक शाखा होती है। जोकि आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क एल्गोरिदम पर आधारित होती है और यह नेटवर्क इंसानी दिमाग से सीख कर तैयार किया जाता है।
यदि हम मशीन लर्निंग की बात करें तो उसमें लिमिटेड डाटा प्रोसेसिंग की क्षमता होती है। जबकि डीप लर्निंग एल्गोरिदम में अनलिमिटेड डाटा प्रोसेसिंग क्षमता होती है जो पूरी तरह से मनुष्य की भांति सोचने और समझने में सक्षम होता है।
डीप लर्निंग पूरी तरह से ह्यूमन रिस्पांस पर कार्य करता है। जितना ज्यादा Human के साथ में इसका इंटरेक्शन होता है। उतना ही ये डीप होता चला जाता है। इसलिए इसको डीप लर्निंग बोला जाता है।
4)- Reactive Machine –
Reactive Machine आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की एक महत्वपूर्ण शाखा होती है जो कि मनुष्य के कार्य को बेहद ही आसान बनाने की क्षमता रखती है। इस मशीन में किसी भी प्रकार की मेमोरी को स्टोर नहीं किया जाता है और ना ही इस मशीन में किसी भी कार्य का कोई प्रमाण होता है।
यह मशीन केवल किसी भी Objects को देखकर React करती है। इसमें किसी प्रकार का Past का कोई डाटा और भविष्य का कोई Data नहीं होता है। यह सिर्फ प्रेजेंट टेक्नोलॉजी पर कार्य करती है।
5)- Self -Awareness –
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वर्तमान की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) के पास खुद की जागरूकता(Self -Awareness) यानी की चेतना होती है। जिसमें सभी प्रकार का डाटा स्टोरेज होता है। आप उस डाटा के आधार पर मशीन से किसी भी प्रकार का सवाल जवाब कर सकते हैं और किसी भी भाषा में इनपुट देकर के आसान भाषा में आउटपुट प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्रकार की मशीन में हर तरह का डाटा पहले से ही मौजूद होता है। जिसका इस्तेमाल करके कोई भी आसानी से किसी भी चीज के बारे में जान सकता है।
Natural Language Processing क्या होती है?
Natural Language Processing एक ऐसी तकनीक होती है जो अंग्रेजी भाषा या अन्य भाषा को आसानी से समझ सकती है और उसको बिल्कुल आसान भाषा में ट्रांसलेट करके आपके सामने पेश करती है। Natural Language Processing का सबसे अच्छा उदाहरण” ChatGPT ” है। जिसमें आप किसी भी भाषा में इनपुट देकर बिल्कुल आसान भाषा में आउटपुट ले सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग का इस्तेमाल भाषा को आसान बनाने के लिए किया जाता है।