दोस्तों नमस्कार टेक्निकल परिवार में आपका स्वागत है। भारत सरकार भारतीय मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए एक नई खास टेक्नोलॉजी लेकर आ रही है जिसको d2m नाम दिया गया है, जिसकी मदद से मोबाइल यूजर बिना इंटरनेट की मदद से मीडिया कंटेंट और ब्रॉडकास्ट आदि को देख पाएंगे वह भी बिना किसी network issu ( video buffering ) के। D2M की फुल फॉर्म डायरेक्ट टू मोबाइल है। तो चलिए d2m technology को हिंदी में विस्तार से समझते हैं।
d2h technology के बारे मे आपने सुना तो होगा ही D2M Technology को समझने से पहले आपको d2h technology की processing को समझना जरूरी होगा फिर आप आसानी से डायरेक्ट – टू – मोबाइल तकनीकी को समझ पाओगे।
D2H क्या है? कैसे काम करती हैं d2h technology?
D2H का full form डायरेक्ट टू होम (direct to home ) होता हैं। D2h एक सैटेलाइट से पूरी होने वाली तकनीक हैं। डीटूएच तकनीक satellite 🛰️ की मदद से वीडियो प्रसारण का काम करती। आज करोड़ों घरों में d2h की मदद से बिना इंटरनेट और network के ही घरों की tv में videos का सीधा प्रसारण होता हैं। जिससे हर घर में कम खर्च और बिना किसी network की समस्या के लोग वीडियो देखते हैं।
d2h technology में Singnal सैटेलाइट से आते हैं इस लिए d2h technology से मीडिया का प्रसारण जंगल जैसी जगह में भी उतना ही संभव हैं जितना की शहरों और गांवों में।
D2H कैसे काम करता है?

d2h process in hindi: अभी आप देखते हैं कि d2h टीवी में आप को बहुत सारे चैनल मिलते हैं जैसे सोनी टीवी ज़ी न्यूज़ स्टार उत्सव आदि यह सभी टीवी चैनल है, जिन पर आपको कोई ना कोई मूवी न्यूज़ या कोई भी वीडियो दिखा रहे होते हैं, तो यह सीधा प्रसारण सेटेलाइट की मदद से हो रहा होता है और सेटेलाइट से यह प्रसारण को टीवी तक लाने में छतरी नोमा रिफ्लेक्टर और set-up box का खास काम होता है जो कि सेटेलाइट के सिग्नल को read करके टीवी पर दिखाता है।
D2M क्या है?
डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) तकनीक क्या है?
D2M की फुल फॉर्म Direct to Mobile होता है। इस टेक्नोलॉजी को भारत में एक खास उद्देश्य के तौर पर लाया जा रहा है। और पहले हमें यह समझना होगा कि आखिर d2m टेक्नोलॉजी क्या है और कैसे काम करेगी। डायरेक्ट टू मोबाइल तकनीक ठीक direct-to-home तकनीक के समान है बस थोड़ा सा अंतर यह है कि अब यह तकनीकी मोबाइल के लिए है।
D2M Technology कैसे काम करती हैं?
डायरेक्ट-टू-मोबाइल एक ऐसी तकनीक है जिसमे सैटेलाइट की जरूरत पड़ती है। D2M process में satellite कि मदद से हर एक मोबाइल तक वीडियो मूवी न्यूज़ आदि का प्रसारण किया जायेगा।

d2m टेक्नोलॉजी के लिए ठीक d2h की तरह ही एक सेंडर होगा जो प्रसारण को अपलिंक ( Uplink ) करेगा दूसरा एक ठीक d2h की तरह रिसीवर होगा जो प्रसारण को डाउनलिंक ( Downlink ) करेगा मतलब की सेटेलाइट ( satellite ) से सीधा प्रसारण लेकर आपके मोबाइल तक signal पहुंचायेगा जाएगा और आपके मोबाइल में वह वीडियो प्रसारण दिखेगा। यह Receiver शुरुआत में आपको अपने घर की छत पर स्थापित करना पड़ सकता है लेकिन कुछ टाइम बाद में यह आपके smartphone में ही inbuilt आएगा, जैसे कि आपके मोबाइल में fm radio technology आती है।